- भीम समग्र सेवा अभियान की शुरुआत 14 अप्रैल को बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती पर होगी।
- इस योजाना का लक्ष्य अनुसूचित जाति और जनजाति के सभी परिवारों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना है।
- राज्य सरकार की पहल से अभियान पूरे बिहार में सभी एससी-एसटी टोलों में बड़े पैमाने पर चलाया जाएगा।
भीम समग्र सेवा अभियान का उद्देश्य एसटी-एससी परिवारों को सरकारी योजनाओं से जोड़ना है ताकि उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाएं और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। यह पहल बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती के शुभ अवसर पर शुरू की गई है ताकि अम्बेडकर के सामाजिक न्याय के सपनों को साकार किया जा सके।
भीम समग्र सेवा अभियान से एसटी-एससी परिवारों के लिए योजना लाभ
इस अभियान के तहत, बिहार सरकार के निर्देशों के अनुसार राज्य के हर एससी और एसटी टोले में विकास शिविर आयोजित किए जाएंगे। और परिवारों का सर्वे कर उनकी आवश्यकताओं को समझा जाएगा। योजना के फायदे में शामिल हैं:
- शिक्षा, स्वास्थ्य और कल्याणकारी योजनाओं के लिए आवेदन कराना आसान होगा।
- टोले में मूलभूत सुविधाएं जैसे सड़क, बिजली और नल जल की व्यवस्था बेहतर की जाएगी।
- सभी eligible एससी-एसटी परिवारों को योजनाओं का लाभ देने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
अभियान की तैयारी और समन्वय पर विशेष ध्यान
इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर उपायुक्त और प्रखंड अधिकारी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। अभियान की पूर्व बैठक में समाहरणालय में अधिकारीगण ने कार्यक्रम की समीक्षा की जिसमें विकास शिविर हेतु आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता पर चर्चा हुई।
कार्यादेश और दिशा-निर्देश
- बुनियादी सुविधाएं जैसे सड़क, बिजली, जल आपूर्ति को विकास शिविर से पहले दुरुस्त किया जाएगा।
- हर टोले में सरकारी योजनाओं के लाभ को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को तालमेल बनाने का निर्देश दिया गया है।
- एसटी-एससी परिवारों को योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के लिए सीमा निर्धारित कर अभियान चलाया जाएगा।
कैसे लाभ लें?
एसटी-एससी परिवार जो सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, वे नजदीकी विकास शिविर या ब्लॉक कार्यालय जाकर आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सेना की टीम परिवारों के साथ जाकर भी सेवा उपलब्ध कराएगी। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सूची और प्रक्रिया भी वहां उपलब्ध होगी।
जानकारी और सहायता के लिए जिला और प्रखंड अधिकारियों से संपर्क करें। यह अभियान सभी एसटी-एससी परिवारों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का प्रयास है।