- टीकमगढ़ में पीएम आवास योजना के तहत 502 मकानों के अलॉटमेंट संदिग्ध पाए गए हैं।
- बिना पात्रता के लाभार्थियों को आवास दिए जाने की संख्या बढ़ती जा रही है।
- नगर पालिका ने जांच के आदेश जारी होते ही अधिकारियों ने现场 निरीक्षण किया।
टीकमगढ़ में पीएम आवास योजना में कुछ गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं, जहाँ 502 अलॉटमेंट्स संदिग्ध बताए जा रहे हैं। इन अलॉटमेंट्स में कई अपात्र लाभार्थियों को मकान आवंटित किए गए हैं, जिससे नगरीय प्रशासन ने तुरंत जांच का आदेश दिया है।
जांच के दौरान, अधिकारियों ने आवासों के निर्माण स्थलों का निरीक्षण करना शुरू कर दिया है। बीड़ी मजदूर कॉलोनी में अधिकारियों की टीम ने घर-घर जाकर स्थिति का जायजा लिया। नगरीय प्रशासन भोपाल से प्राप्त निर्देशों के तहत उन लाभार्थियों की सूची तैयार की जा रही है, जिनमें से पता चला है कि पहले ही छह लोग अपात्र पाए गए हैं।
आवास योजना में अनियमितता की छानबीन
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश मुख्यालय ने जांच के निर्देश दिए। कार्यपालन यंत्री मेघ तिवारी ने बताया कि यह जांच उन शिकायतों के आधार पर की जा रही है, जहाँ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शहरी आवास योजना का लाभ मिलने की चर्चा चल रही थी। उन्होंने पुष्टि की कि सभी आवासों की जांच और उनके लाभार्थियों की जानकारी जुटाई जा रही है।
अधिकारियों के निरीक्षण से योजना के लाभार्थियों में दहशत का माहौल पैदा हुआ है। इस बीच, नगर पालिका ने कुछ अधूरे आवासों के निर्माण के लिए नोटिस जारी किए हैं।
अधूरे निर्माण के हालात
शहर में कई ऐसे लाभार्थी हैं जिनके आवास का निर्माण काम समय पर पूरा नहीं हो सका, जबकि कुछ लोगों ने निर्माण पूरा कर लिया है, लेकिन उनके खातों में रकम नहीं पहुंची है।
टीकमगढ़ में पीएम आवास योजना के इस गंभीर मुद्दे को हल करने के लिए नगर पालिका के अधिकारियों को सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।