- बलराम तालाब योजना किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
- सब्सिडी की राशि सामान्य किसानों के लिए 80,000 रुपये और अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों के लिए 1 लाख रुपये तक है।
- इस योजना का उद्देश्य तालाब निर्माण में मदद करना है, जिससे कृषि उत्पादन बढ़ सके।
कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए मध्यप्रदेश में बलराम तालाब योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को तालाब निर्माण के लिए अनुदान प्रदान करना है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। इस वर्ष 2024-25 में किसानों को दी जा रही विभिन्न योजनाओं में यह योजना भी शामिल है, जिसमें किसान अपनी जरूरतों के अनुसार लाभ उठा सकते हैं।
धन और अनुदान का वितरण
बलराम तालाब योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता निम्नलिखित है:
- सामान्य किसान: लागत का 40% (अधिकतम 80,000 रुपये)
- लघु एवं सीमांत किसान: लागत का 50% (अधिकतम 80,000 रुपये)
- अनुसूचित जाति/जनजाति के किसान: लागत का 75% (अधिकतम 1,00,000 रुपये)
वर्ष 2023-24 में योजना के तहत 569.30 लाख रुपये खर्च कर 662 तालाबों का निर्माण किया गया। अगले वर्ष में 6,144 तालाबों का लक्ष्य रखा गया है।
अवसर और विकास
यह योजना विशेष कर वर्षा पर निर्भर क्षेत्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके अंतर्गत, किसानों को अतिरिक्त सहायता मिलती है ताकि वे अपने कृषि कार्यों को सुचारू रूप से चला सकें। 144.35 लाख रुपये इस योजना में खर्च किए गए और 1,392 हेक्टेयर भूमि के किसानों को लाभ पहुँचाया गया।
फसल विविधीकरण योजना और एग्रोफॉरेस्ट्री योजना के तहत भी किसानों को सहायता दी जा रही है जिससे उनकी आय दोगुनी करने में मदद मिल सके।
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आवेदन प्रक्रिया: यदि आप इस योजना کا लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको विशेष दस्तावेजों के साथ संबंधित अधिकारी से संपर्क करना होगा। अधिक जानकारी और आवेदन के लिए आप कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।