- PM मोदी आज बिहार के 40,000 लाभार्थियों के खाते में 160 करोड़ रुपये की पहली किस्त भेजेंगे।
- प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत कुल 1.20 से 1.30 लाख रुपये तीन किस्तों में मिलते हैं, जिसमें निर्माण के दस्तावेज जरूरी हैं।
- बिहार के 61,500 महिला-नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों को 400 करोड़ रुपये मदद के रूप में दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण के तहत बिहार के 40,000 लाभार्थियों के बैंक खाते में पहली किश्त के तौर पर 40,000 रुपये डालेंगे, कुल मिलाकर 160 करोड़ रुपये। यह योजना गरीब परिवारों को मजबूत घर देने के लिए केंद्र सरकार की एक बड़ी पहल है, जो तीन किस्तों में कुल 1.20 से 1.30 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद देती है।
बिहार प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में आज हो रहा धनराशि हस्तांतरण
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोतिहारी से 40,000 लाभार्थियों के खातों में पहली किश्त के रूप में 40,000 रुपये भेजेंगे। कुल राशि 160 करोड़ रुपये होगी। यह पैसे योजना के तहत घर बनाने के लिए दी जाने वाली कुल मदद का पहला हिस्सा है। इसके साथ ही मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 12,000 लाभार्थियों को उनके पक्के घर की चाबी भी देंगे, जिससे उनका आशियाना पूरा होगा और उनकी आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी।
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पीएम आवास योजना के तहत किस्तों में मिलने वाले फायदे और शर्तें
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत लाभार्थियों को कुल 1.20 से 1.30 लाख रुपये तीन किस्तों में मिलते हैं। पहाड़ी और दुर्गम इलाकों के लिए यह राशि ज्यादा रखी गई है। लेकिन इन किस्तों का भुगतान तभी होता है जब लाभार्थी निर्माण के जरूरी दस्तावेज दिखाता है। पक्के घर का निर्माण 12 महीने के अंदर पूरा करना जरूरी है।
- पहली किश्त: 40,000 रुपये
- दूसरी और तीसरी किश्त: निर्माण की प्रगति के अनुसार
- निर्माण के दस्तावेज जरूरी
12,000 लाभार्थियों को गृह प्रवेश और पक्के घर की चाबियाँ
मोदी जी आज 12,000 लाभार्थियों को उनके पक्के घर की चाबी देंगे। ये कार्यक्रम प्रधानमंत्री आवास योजना की कामयाबी का परिचायक है, जो बिहार सहित पूरे भारत में गरीबों को मजबूत और सुरक्षित घर देता है। यह लाभार्थियों के लिए बहुत गर्व और खुशी का मौका है।
स्वयं सहायता समूहों को मिल रही मदद और उनका महत्व
प्रधानमंत्री मोदी बिहार में लगभग 61,500 महिला नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को 400 करोड़ रुपये की मदद देंगे। यह राशि प्रधानमंत्री दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) का हिस्सा है, जिससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।
महिला सशक्तिकरण में स्वयं सहायता समूहों की भूमिका
देश भर में 10 करोड़ से ज्यादा महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं। इन समूहों के जरिए महिलाओं को वित्तीय सेवाएं, ट्रेनिंग, और स्वरोजगार के मौके मिलते हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। बिहार में इस योजना से महिलाओं को बहुत फायदा हो रहा है।
विवरण | तथ्य / राशि |
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लाभार्थियों की संख्या (PMAY-G) | 40,000 |
पहली किस्त राशि | 40,000 रुपये प्रति लाभार्थी |
कुल राशि हस्तांतरण | 160 करोड़ रुपये |
स्वयं सहायता समूह संख्या (बिहार) | 61,500 |
स्वयं सहायता समूहों को दी जाने वाली सहायता | 400 करोड़ रुपये |
महिला सदस्यों की संख्या (देश भर में) | 10 करोड़ से अधिक |
सरकारी वेबसाइट | pmayg.nic.in |
अगर आप प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थी हैं या स्वयं सहायता समूह से जुड़े हैं, तो अपनी योजना की जानकारी सरकारी वेबसाइट pmayg.nic.in पर अक्सर देखते रहें। यह योजना गरीब परिवारों की जिंदगी बेहतर बनाने और महिलाओं की मदद करने के लिए केंद्र सरकार की बड़ी पहल है।