- आयुष्मान कार्ड की शुरुआत 2018 में हुई, जबकि वय वंदना कार्ड 2024 में लांच हुआ।
- आयुष्मान कार्ड से सभी वर्गों के लोगों को मिलता है 5 लाख रुपये तक का चिकित्सा कवर।
- वय वंदना कार्ड सिर्फ 70 साल या उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए उपलब्ध है।
दिल्ली में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत हो रही है। अब सवाल यह उठता है कि आयुष्मान कार्ड और आयुष्मान वय वंदना कार्ड में क्या अंतर है? किस कार्ड से दिल्ली के निवासियों को अधिक लाभ होगा? जानें सभी विवरण।
आयुष्मान कार्ड: चिकित्सा सहायता का विकल्प
आयुष्मान कार्ड की शुरुआत 2018 में हुई थी। यह योजना गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों को प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के लिए 5 लाख रुपये तक का चिकित्सा कवर प्रदान करती है। हालांकि, इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ पात्रता मानदंड हैं:
- आपका नाम 2011 की सामाजिक और जातीय जनगणना लिस्ट में होना चाहिए।
- यदि आपकी मासिक आय ₹10,000 से अधिक है, या आपके पास स्थायी आवास (पक्का मकान) है, तो आप इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन गरीब वर्ग के लोगों को उच्चतम गुणवत्ता का इलाज मुहैया कराना है, जो महंगे इलाज का खर्च नहीं उठा सकते।
आयुष्मान वय वंदना कार्ड: बुजुर्गों का समर्थन
दूसरी ओर, आयुष्मान वय वंदना कार्ड की शुरुआत 2024 में की गई थी। यह कार्ड specifically उन बुजुर्गों के लिए है जिनकी उम्र 70 साल या उससे अधिक है। इसे बनाने के लिए केवल एक शर्त है:
- आवेदक की आयु 70 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
इस कार्ड के माध्यम से बुजुर्गों को ₹5 लाख का चिकित्सा कवर प्रदान किया जाता है, साथ ही एक अतिरिक्त ₹5 लाख का कवर भी मिलता है। अगर आपके पास दिल्ली का आधार कार्ड है और आप 70 साल से ऊपर हैं, तो आप आसानी से इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
यह योजना उन सभी वर्गों के लिए खुली है, चाहे कोई सरकारी अधिकारी हो या व्यवसायी।
सारांश में, अगर आप 70 साल या उससे अधिक के हैं, तो आयुष्मान वय वंदना कार्ड आपके लिए बेहतर होगा, जबकि अगर आप सामान्य रूप से स्वास्थ्य बीमा चाहते हैं तो आयुष्मान कार्ड सही विकल्प है।
जानकारी के लिए और अधिक पढ़ें: आयुष्मान कार्ड कैसे बनाएं?