बिहार लघु उद्यम योजना में पहली किस्त का वितरण, युवाओं को ₹50,000 की सहायता

Bihar Laghu Udyam Yojana provides Rs 2 lakh grant in installments to youth and women for self-employment, promoting economic empowerment in Bihar.

  • बिहार लघु उद्यम योजना के तहत युवाओं और महिलाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए ₹2 लाख की अनुदान राशि दी जाती है।
  • 20,000 से अधिक लाभार्थियों को प्रशिक्षण पूरा करने के बाद ₹50,000 की पहली किस्त मिल चुकी है।
  • यह योजना प्रशिक्षण और पारदर्शी चयन प्रक्रिया के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है।

बिहार लघु उद्यम योजना के तहत युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के लिए ₹2 लाख की अनुदान राशि किस्तों में दी जाती है। बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को प्रोत्साहन देना है ताकि वे उद्यमिता और आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो सकें।

बिहार लघु उद्यम योजना की पात्रता और चयन प्रक्रिया

आवेदक बिहार के स्थायी निवासी होने चाहिए और उनकी आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। परिवार की आय ₹6,000 प्रति माह या ₹72,000 प्रति वर्ष से कम होनी चाहिए। चयन जाति आधारित जनगणना की श्रेणियों के आधार पर होता है और 61 अनुमोदित परियोजनाओं में से किसी एक को चुनना होता है। प्रारंभिक चयन के लिए कंप्यूटरीकृत रैंडमाइजेशन प्रणाली अपनाई जाती है, जिसके बाद अंतिम चयन के लिए समीक्षा की जाती है।

वित्तीय सहायता और किस्त वितरण

योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को कुल ₹2 लाख की वित्तीय सहायता तीन किस्तों में दी जाती है। हाल ही में 20,106 लाभार्थियों को प्रशिक्षण पूरा करने के बाद ₹50,000 की पहली किस्त दी गई। यह कार्यक्रम उद्यमिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

लाभार्थियों के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण

लाभार्थियों को उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के माध्यम से 3 दिवसीय गहन प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण संबंधित जिला उद्योग केंद्रों पर आयोजित होता है और इसका उद्देश्य व्यवसाय प्रबंधन व उद्यमिता कौशल को मजबूत करना है।

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महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने में प्रभाव

यह योजना खासकर महिलाओं और युवाओं के लिए मददगार साबित हो रही है। पहली किस्त पाने वालों में 7,000 से अधिक महिलाएं शामिल हैं। यह उन्हें अपना उद्यम शुरू करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलता है। योजना समावेशी विकास को समर्थन देती है और बेरोजगारी घटाने में सहायक है।

सरकार की दृष्टि और भविष्य की योजना

उद्योग मंत्री श्री नितिन मिश्रा ने बताया कि यह योजना बिहार के युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है। सरकार का उद्देश्य रोजगार सृजन और दीर्घकालिक आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। यह योजना राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देकर एक मजबूत व्यावसायिक माहौल तैयार कर रही है।

वर्षवितरित राशि (करोड़ रुपये में)लाभार्थियों की संख्या
2023-24411.5840,099
2024-25 (पहली किस्त)100.5320,106

यदि आप आवेदन करना चाहते हैं या अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आधिकारिक पोर्टल https://udyami.bihar.gov.in/ पर जाएं। यह योजना बिहार के हजारों नवोदित उद्यमियों के जीवन को बदलने का अवसर प्रदान कर रही है।

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