- डीयरी फार्मिंग लोन योजना किसानों को 70% तक की सब्सिडी और कम ब्याज दर पर लोन देती है।
- आवेदन प्रक्रिया आसान है, आप ऑनलाइन आवेदन कर आसानी से लाभ ले सकते हैं।
- लोन से दूध उत्पादन और फार्म के उपकरण खरीदना, शेड बनवाना आदि संभव है, जिससे आपकी आय और ग्रामीण रोजगार बढ़ता है।
डेयरी फार्म लोन योजना किसानों के लिए एक बेहतरीन मौका है, जो 70% तक की सब्सिडी और कम ब्याज दर के साथ डेयरी फार्म शुरू करने या बढ़ाने में मदद करती है। इससे न केवल दूध उत्पादन बढ़ता है, बल्कि ग्रामीण आय और रोजगार के नए मौके भी बनते हैं। इस लेख में आप योजना की पात्रता, जरूरी दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया और इसके खास फायदे जानेंगे।
डेयरी फार्म लोन योजना के लिए पात्रता और जरूरी दस्तावेज
इस योजना का लाभ उठाने के लिए भारतीय नागरिक होना जरूरी है, जिसकी उम्र 18 साल या उससे ऊपर हो। किसान, पशुपालक, स्वयं सहायता समूह, एसोसिएशन, निजी कंपनियां और सहकारी समितियां आवेदन कर सकती हैं। आवेदकों का बैंकिंग इतिहास ठीक होना चाहिए और प्रोजेक्ट रिपोर्ट सही तरीके से तैयार होनी चाहिए।
जरूरी दस्तावेज:
- आधार कार्ड और पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता स्टेटमेंट
- भूमि के मालिकाना या किराए के दस्तावेज
- व्यवसाय या डेयरी प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी
- निवास प्रमाण पत्र और मोबाइल नंबर
डेयरी फार्म लोन योजना के तहत आवेदन कैसे करें
ऑनलाइन आवेदन करना आसान और सुविधाजनक है। बैंक या संबंधित सरकारी संस्था की वेबसाइट पर जाकर आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें या सीधे ऑनलाइन फॉर्म भरें। जरूरी दस्तावेज स्कैन करके अपलोड करें। फॉर्म में अपने डेयरी फार्म की सही जानकारी भरें और सबमिट करें।
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इस के बाद बैंक आपके दस्तावेज़ और प्रोजेक्ट रिपोर्ट की जांच करेगा। मंजूरी मिलने पर राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
लोन योजना में मिलने वाली सब्सिडी और भुगतान के विकल्प
लोन की राशि | सब्सिडी प्रतिशत | भुगतान अवधि |
---|---|---|
1 लाख से 10 लाख (छोटे फार्म) | 25% से 70% | 3 से 7 साल |
40 लाख या उससे अधिक (बड़े फार्म) | 25% से 70% | 3 से 7 साल |
कुछ बैंकों में दूधगंगा योजना जैसी सुविधाएँ भी हैं, जो 2 लाख रुपये तक बिना गारंटी के लोन देती हैं। भुगतान मासिक या त्रैमासिक विकल्पों में किया जा सकता है।
डेयरी फार्म लोन योजना का मकसद और फायदे
इस योजना का मुख्य मकसद किसानों और पशुपालकों को आर्थिक मदद देकर दूध उत्पादन बढ़ाना, स्वरोजगार को बढ़ावा देना और ग्रामीण आय को मजबूत बनाना है। लोन राशि से आप दुधारू पशु खरीद सकते हैं, बेहतर नस्ल के जानवर पाल सकते हैं, दूध संग्रहण इकाई, कूलिंग मशीन और शेड बना सकते हैं।
सरकार की यह योजना पशुपालकों, महिला समूहों, स्टार्टअप्स और नए कारोबार शुरू करने वालों के लिए आर्थिक समर्थन है ताकि वे अपने डेयरी कारोबार को सफल बना सकें। ग्रामीण युवाओं को रोजगार मिलने से सामुदायिक विकास में भी मदद मिलती है।
ध्यान रखें, समय-समय पर राज्य और केंद्र सरकार नई सुविधाएँ और सुधार योजना में जोड़ती रहती हैं, इसलिए अपडेट रहने के लिए संबंधित बैंक या NABARD की आधिकारिक वेबसाइट देखें।