मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना – उत्तराखंड में महिलाओं को मिलेगा नया सशक्तिकरण मंच

Chief Minister launched Sashakt Bahna Utsav Yojana in Uttarakhand to empower women through self-help groups, promoting local products and self-reliance.

  • उत्तराखंड सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए “मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना” शुरू की है।
  • प्रदेश में 1.63 लाख से ज्यादा महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के जरिए “लखपति दीदी” बन चुकी हैं।
  • 49 ग्रोथ सेंटर बनाए गए हैं, जो महिला उत्पादों की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग में मदद करते हैं।

उत्तराखंड में महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना शुरू की गई है। इसका मकसद महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। यह योजना महिला स्वयं सहायता समूहों को मदद करती है ताकि उनकी उत्पादकता और स्वतंत्रता बढ़ सके।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना क्या है?

यह योजना उत्तराखंड सरकार की एक खास पहल है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें आर्थिक विकास के मुख्य हिस्से में लाना है। इस योजना के तहत, महिलाओं को खुद का काम शुरू करने के मौके मिलते हैं, जिससे वे न सिर्फ अपने परिवार की आर्थिक हालत सुधार सकती हैं बल्कि समाज में भी बराबर की भूमिका निभा सकती हैं।

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महिला स्वयं सहायता समूहों की भूमिका

स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups – SHGs) महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाने का जरिया हैं। ये समूह महिलाओं को मिलकर काम करने और अलग-अलग उत्पाद बनाने व बाजार में बेचने का मौका देते हैं। इन समूहों से महिलाएं न सिर्फ अपनी कमाई बढ़ा रही हैं बल्कि समाज में अपनी जगह भी बना रही हैं।

लखपति दीदी बनने का सफर

उत्तराखंड की 1,63,000 से ज्यादा महिलाएं इस योजना के तहत “लखपति दीदी” बन चुकी हैं। इसका मतलब है कि इन महिलाओं ने अपने कारोबार से लाखों की कमाई की है, जो उनकी मेहनत और स्वतंत्रता का साफ सबूत है। यह सफलता कहानी प्रदेश की महिलाओं के लिए बड़ी प्रेरणा बन गई है।

ग्रोथ सेंटरों की स्थापना और फायदा

राज्य सरकार ने महिलाओं के उत्पादों की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग के लिए 49 ग्रोथ सेंटर बनाए हैं। ये सेंटर महिलाओं को उनके उत्पादों को बेहतर तरीके से संसाधित करने और बाजार में पहुंचाने में मदद करते हैं। इस व्यवस्था से महिलाओं के उत्पादों की गुणवत्ता और बिक्री दोनों में बढ़ोतरी हुई है।

प्रदेश के विकास में मातृशक्ति की भागीदारी

मातृशक्ति के योगदान से न सिर्फ परिवारों की समृद्धि बढ़ी है बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत हुई है। महिला स्वयं सहायता समूहों की मेहनत से समाज में अच्छे बदलाव आए हैं, जिससे उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है।

इस योजना में आप भी सदस्य बनकर अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं और मातृशक्ति की ताकत को पूरी दुनिया के सामने दिखा सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए आप उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।

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