New Sugarcane Rates 2025 Announced: गन्ना किसानों के लिए सरकार की तरफ से एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। केंद्र सरकार ने 2025-26 सीजन के लिए गन्ने का नया उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) ₹355 प्रति क्विंटल घोषित किया है। यह मूल्य पिछले सीजन के मुकाबले 4.41% ज्यादा है और किसानों को उनकी उत्पादन लागत से 105% अधिक लाभ देगा। यह निर्णय न केवल किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि देश के गन्ना क्षेत्र और उससे जुड़े करोड़ों लोगों की आर्थिक स्थिति को भी मजबूती प्रदान करेगा।
क्या है एफआरपी (FRP) और क्यों होता है तय
एफआरपी यानी उचित एवं लाभकारी मूल्य (Fair & Remunerative Price) वह न्यूनतम मूल्य है, जो चीनी मिलें किसानों को गन्ना खरीदने के लिए भुगतान करती हैं। यह मूल्य कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिशों पर केंद्र सरकार द्वारा तय किया जाता है।

गन्ना किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी – ₹355 प्रति क्विंटल मिलेगा रेट
30 अप्रैल 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCEA) की बैठक में 2025-26 सीजन (अक्टूबर 2025 से सितंबर 2026) के लिए गन्ना किसानों को बड़ी राहत देते हुए नया एफआरपी घोषित किया गया।
अब किसानों को ₹355 प्रति क्विंटल मिलेंगे, यदि उनकी रिकवरी दर 10.25% है।
Highlights
बिंदु | विवरण |
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नया एफआरपी रेट | ₹355 प्रति क्विंटल (10.25% रिकवरी रेट पर) |
कम रिकवरी पर न्यूनतम मूल्य | ₹329.05 प्रति क्विंटल (9.5% से कम रिकवरी पर) |
पुराना रेट (2024-25) | ₹340 प्रति क्विंटल |
वृद्धि | 4.41% की बढ़ोतरी |
उत्पादन लागत (A2+FL) | ₹173 प्रति क्विंटल |
लाभ मार्जिन | 105.2% |
लाभार्थी किसान | 5 करोड़ किसान और उनके आश्रित |
लाभार्थी मजदूर | लगभग 5 लाख |
रिकवरी के अनुसार मिलेगा अतिरिक्त पैसा या कटौती
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि गन्ने की रिकवरी 10.25% से ज़्यादा होती है तो हर 0.1% अतिरिक्त रिकवरी पर ₹3.46/क्विंटल अतिरिक्त मिलेगा। हर 0.1% कम रिकवरी पर ₹3.46/क्विंटल की कटौती होगी।
लेकिन, अगर किसी किसान की रिकवरी 9.5% से भी कम है, तब भी उसे ₹329.05 प्रति क्विंटल दिया जाएगा। यानी न्यूनतम गारंटी मूल्य तय है।
कितना अधिक लाभ मिलेगा किसानों को
विवरण | आंकड़ा |
---|---|
नया एफआरपी (10.25% रिकवरी पर) | ₹355/क्विंटल |
उत्पादन लागत (A2+FL) | ₹173/क्विंटल |
लाभ प्रतिशत | 105.2% |
पिछले साल से वृद्धि | 4.41% |
कितना भुगतान हो चुका है
सरकार ने अब तक गन्ना किसानों के बकाया भुगतान के आंकड़े भी साझा किए हैं
2023-24 सीजन: ₹1,11,703 करोड़ (99.92% भुगतान)
2024-25 सीजन: ₹85,094 करोड़ (87% भुगतान)
गन्ना क्षेत्र का महत्व
- लगभग 5 करोड़ किसान और उनके परिवार इस क्षेत्र से जुड़े हैं
- 5 लाख से अधिक मजदूर सीधे चीनी मिलों में कार्यरत हैं
- इसके अलावा कई लोग कृषि मजदूरी, ट्रांसपोर्ट और पैकेजिंग से भी जुड़े हैं
एफआरपी कैसे तय होता है
- यह मूल्य निम्नलिखित के आधार पर तय किया जाता है
- CACP (कृषि लागत एवं मूल्य आयोग) की सिफारिशें
- राज्य सरकारों और मिल मालिकों से परामर्श
- उत्पादन लागत, लाभ मार्जिन, बाजार मूल्य और मिलों की वित्तीय स्थिति
गन्ना किसानों के लिए यह निर्णय एक बड़ी राहत और प्रोत्साहन है। ₹355 का नया एफआरपी उनके लिए उत्पादन लागत से दोगुना लाभ देने वाला है। साथ ही सरकार की नीति न्यूनतम मूल्य की गारंटी देकर किसानों को सुरक्षा भी देती है।
इस फैसले से न केवल किसान बल्कि उनसे जुड़ा पूरा गन्ना और चीनी उद्योग प्रभावित होगा – और भारत की कृषि अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
FAQs
नया एफआरपी कितना तय किया गया है
₹355 प्रति क्विंटल (10.25% रिकवरी पर)
कम रिकवरी वाले किसानों को क्या मिलेगा
₹329.05 प्रति क्विंटल (9.5% से कम रिकवरी पर भी)
क्या एफआरपी में वृद्धि हुई है
हां, 2024-25 की तुलना में 4.41% बढ़ोतरी हुई है
एफआरपी किस आधार पर तय होता है
CACP की सिफारिशों, राज्य सरकारों और अन्य हितधारकों से परामर्श के बाद
क्या चीनी मिलें इस मूल्य से कम भुगतान कर सकती हैं
नहीं, यह न्यूनतम अनिवार्य भुगतान है