- मध्य प्रदेश में PM कुसुम योजना के तहत आपको ₹5 लाख के सोलर पंप पर भारी सब्सिडी मिल रही है।
- रजिस्ट्रेशन के लिए आपको केवल ₹50,000 (10% लागत) देने होंगे, बाकी ₹4.5 लाख सरकार देगी।
- राज्य सरकार का लक्ष्य लगभग 1 लाख किसानों का रजिस्ट्रेशन करना है, पहले रजिस्ट्रेशन करने वालों को पहले मौका मिलेगा।
क्या आप मध्य प्रदेश के किसान हैं और सिंचाई के लिए बिजली की समस्या से परेशान हैं? PM कुसुम योजना आपके लिए एक शानदार मौका लेकर आई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया है कि अब आप सिर्फ ₹50,000 के शुरुआती पेमेंट पर ₹5 लाख तक का सोलर पंप लगवा सकते हैं। यह योजना आपको ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाने और खेती का खर्च कम करने में मदद करेगी। आइए, पूरी जानकारी लें कि आप कैसे इस सरकारी सब्सिडी का फायदा उठा सकते हैं और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया क्या है।
पीएम कुसुम योजना (मध्य प्रदेश): ₹50,000 में पाएं ₹5 लाख का सोलर पंप
मध्य प्रदेश सरकार किसानों को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। PM कुसुम योजना (घटक-सी) के तहत, राज्य सरकार किसानों को अपने खेती के पंपों को सौर ऊर्जा से चलाने के लिए बढ़ावा दे रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों से इस योजना का पूरा फायदा उठाने को कहा है, क्योंकि आजकल की खेती बिजली के बिना मुमकिन नहीं है।
सरकार चाहती है कि किसान अपनी बिजली खुद बनाएं। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, कुसुम सी योजना को बड़े पैमाने पर लागू किया जा रहा है। यह योजना न केवल आपको बिजली सब्सिडी देकर आराम देगी, बल्कि आपकी जिंदगी में एक बड़ा बदलाव भी लाएगी।
सब्सिडी का फायदा और लागत
इस योजना की सबसे खास बात इसमें मिलने वाली भारी सब्सिडी है। आपको सोलर पंप की कुल लागत का केवल एक छोटा सा हिस्सा ही देना होगा। यहाँ पूरी जानकारी है:
कुल लागत (अनुमानित)
₹5 लाख
आपका हिस्सा (10%)
₹50,000
सरकारी सब्सिडी/गारंटी (90%)
₹4.5 लाख
अभी, राज्य में तीन हॉर्स पावर (3 HP) तक के सोलर पंपों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। ₹5 लाख तक के पंप के लिए, आपको रजिस्ट्रेशन के समय केवल ₹50,000 जमा करने होंगे। बाकी ₹4.5 लाख की राशि सरकार गारंटी के तौर पर देगी, जिससे आपको पंप मिल सके।
कौन अप्लाई कर सकता है?
यह योजना खासकर मध्य प्रदेश के उन किसानों के लिए है जो अपनी खेती की जमीन पर सिंचाई के लिए पंप इस्तेमाल करते हैं और बिजली पर अपनी निर्भरता कम करना चाहते हैं। योजना का मकसद राज्य के किसानों को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है। हालांकि, अप्लाई करने की शर्तों की पूरी जानकारी सरकारी घोषणा या पोर्टल पर मिल सकती है, पर यह साफ है कि यह योजना राज्य के किसानों के लिए है।
सोलर पंप के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए सोलर पंप का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है।
- रजिस्ट्रेशन फीस: आपको सोलर पंप की कीमत का 10 प्रतिशत (यानी ₹5 लाख के पंप के लिए ₹50,000) जमा करके बुकिंग करनी होगी।
- सरकारी लक्ष्य: सरकार का प्लान है कि लगभग एक लाख किसानों का इस योजना में रजिस्ट्रेशन किया जाए।
- पंप किसे पहले मिलेगा: यह याद रखना जरूरी है कि जिन किसानों ने पहले योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराया था, उन्हें पंप देने में पहले मौका मिलेगा। नए रजिस्ट्रेशन वाले किसानों को उनके बाद पंप दिए जाएंगे।
इस योजना से आपको न केवल बिजली के बिल से आराम मिलेगा, बल्कि आप पर्यावरण के लिए अच्छी ऊर्जा का इस्तेमाल भी कर पाएँगे, जिससे आपकी तरक्की के नए रास्ते खुलेंगे।
जरूरी जानकारी: कृषि मेले और भविष्य
किसानों को खेती की नई तकनीकों और सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए, मुख्यमंत्री ने बताया है कि अगले 8 दिनों में राज्य के अलग-अलग जिलों में खेती पर फोकस करने वाले मेले लगेंगे। इन मेलों का मकसद किसानों की कमाई बढ़ाना है।
इन मेलों में नई तकनीक, अच्छे बीज, खेती के नए औजार, दूसरी चीजें, सरकारी योजनाओं की जानकारी मिलेगी और खेती-बागवानी को अच्छे से करने के तरीकों पर ध्यान दिया जाएगा।
PM कुसुम योजना और इस तरह के कृषि मेले मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक अच्छे भविष्य की उम्मीद जगाते हैं, जहाँ आप न केवल आत्मनिर्भर बनेंगे बल्कि ज़्यादा मुनाफ़ा भी कमा पाएँगे। अगर आप इसके लिए योग्य हैं, तो इस मौके का फायदा उठाने के लिए जल्दी से जल्दी रजिस्ट्रेशन करवाने के बारे में सोचें।
PM कुसुम योजना (मध्य प्रदेश) – खास बातें
विवरण | जानकारी |
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योजना का नाम | PM कुसुम योजना (घटक-सी) |
राज्य | मध्य प्रदेश |
सोलर पंप लागत (ज़्यादा से ज़्यादा) | ₹5 लाख (3 HP तक) |
आपका हिस्सा (रजिस्ट्रेशन राशि) | ₹50,000 (10%) |
सरकारी सब्सिडी/गारंटी | ₹4.5 लाख (90%) |
रजिस्ट्रेशन स्थिति | शुरू है (नए रजिस्ट्रेशन) |
पंप देने में प्राथमिकता | पहले रजिस्ट्रेशन करने वालों को |
आने वाले कार्यक्रम | अगले 8 दिनों में खेती पर केंद्रित मेल |