- 400 करोड़ रुपये का बकाया अस्पतालों को है, जो आयुष्मान भारत योजना के तहत जमा किया जाना है।
- IMA ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के दावों को खारिज किया है।
- मुख्यमंत्री ने पहले ही कहा था कि राशि का भुगतान किया जाएगा, लेकिन अस्पतालों ने इसे असत्य कहा है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत 400 करोड़ रुपये के बकाया का मामला तूल पकड़ रहा है। भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने इस संदर्भ में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के दावों को नकार दिया। IMA की दलील है कि बकाया राशि का सही आंकड़ा 786 करोड़ रुपये है, जिसकी पुष्टि भारतीय मेडिकल एसोसिएशन ने की है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की थी कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 786 करोड़ रुपये की बकाया राशि अस्पतालों को जल्द ही जारी की जाएगी, लेकिन IMA ने इसे झूठा और भ्रामक बताया है। IMA का कहना है कि राज्य में 600 से अधिक निजी अस्पताल हैं, जिन्हें अभी भी बकाया राशि की प्रतीक्षा है।
IMA के प्रमुख महावीर जैन ने बताया कि “मुख्यमंत्री के दिए आंकड़े पूरी तरह से गलत हैं और 400 करोड़ रुपये की बकाया राशि तो सिर्फ एक हिस्सा है।” उन्होंने कहा कि वास्तविक बकाया राशि 786 करोड़ रुपये है, जो विभिन्न अस्पतालों के लिए संविदा के अंतर्गत है।
दावों के अनुसार, पिछले कई महीनों से यह राशि अस्पतालों में लंबित है, जिसके कारण मरीजों के उपचार में रुकावट आ रही है। CM सैनी के दावों ने केवल भ्रम फैलाया है, ऐसा IMA का कहना है।
इस पूरे मामले ने आयुष्मान भारत योजना की प्रक्रियाओं और भुगतान के मुद्दों पर एक बार फिर से ध्यान केंद्रित किया है। IMA ने यह भी कहा है कि उन्हें सुनिश्चित करना चाहिए कि बकाया राशि का भुगतान समय पर किया जाए ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो।
अधिक जानकारी के लिए यहाँ देखें: आयुष्मान भारत योजना की सेवाएँ बाधित होने का कारण